बिना पूर्व अनुमति इस ब्लाँग की किसी भी सामग्री या उसके अंश का व्यावसायिक उपयोग काँपीराइट एक्ट का उल्लंघन माना जायेगा -संपादक
रविवार, 30 अक्टूबर 2016
भरतकालीन कलाएं:- भारतीय सौन्दर्य दर्शन और कला चेतना /चिंतन से जुड़े मित्रो को सूचनार्थ - संगीत नाटक अकादमी -द्वारा आचार्य अभिनवगुप्त सहस्राब्दी वर्ष -2016 में प्रकाशित मेरी पुस्तक का आवरण अब ये पुस्तक संगीत नाटक अकादमी ,रवीन्द्र भवन ,नई दिल्ली के काउंटर से खरीदी जा सकती है|
स्वागत करता हूँ इस पुस्तक का ।
जवाब देंहटाएंआपका आभार् आदाणीय।.
हटाएं