गुरुवार, 1 अगस्त 2013

चार रंग और चार दिन ,रस रंग सने


चार रंग का समापन
हिन्दी अकादमी द्वारा चार रंग शीर्षक से चार दिन –चार निर्देशकों की तेरह कहानियों का मंचन किया गया |निर्देशकों के नाम क्रमश:- देवेन्द्र राज अंकुर,श्रीमती त्रिपुरारी शर्मा,एम.के.रैना और बंशी कौल थे| समापन वाले दिन यानी १-८-१३ को बंशी कौल निर्देशित जिन दो कहानियों का मंचन किया गया –वे थीं – डिप्टी कलेक्टरी और जिन्दगी और जोंक ये दोनों अमरकान्त जी की कहानियां और उनका मंचन बेहद मार्मिक रहा|चारो दिन कथा रस और द्रश्यबंधो का अनूठा संगम बना रहा दिल्ली के रंग प्रेमियों के लिए |

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