मंगलवार, 23 जून 2015


शास्त्रार्थ
वर्ष 2008 मे शंकराचार्य और मंडन मिश्र के ऐतिहासिक प्रसंग पर केन्द्रित नाटक -शास्त्रार्थ शीर्षक नाटक प्रकाशित हुआ था।कश्यप पब्लीकेशन- की शुरुआत इसी पुस्तक से हुई थी।इसी पुस्तक पर सेठ गोविन्ददास सम्मान भी 2009 मे मिला।इसका रेडियो द्वारा हिन्दी के अलावा-मराठी,गुजराती,बाग्ला,कन्नड,मलयालम,तमिल,उडिया सहित अनेक भारतीय भाषाओ मे अभिनय हुआ।आकाशवाणी के तत्कालीन(2009) उपनिदेशक रंगकर्मी दानिश इकबाल साहब ने इसका मंचन कराया था।अब पब्लिकेशन चल पडा है लेकिन पता नही कि शास्त्रार्थ की प्रतिया उनके पास है कि नहीं।मेरे पास सन्दर्भ हेतु एक दो प्रति ही बची है।कई मित्रो ने स्टेज करने की भी बात की किंतु ऐतिहासिक होने के नाते अभी तक बात बनी नही।

शनिवार, 14 मार्च 2015


वर्ष-2004 मे प्रकाशित यह पुस्तक -मेरे लगभग एक दशक के शोध का परिणाम है,अब कई वर्षो से ये पुस्तक भी आउट आफ प्रिंट हो चुकी है।अब तो प्रकाशको की खोज कर रहा हूं,जिनकी रुचि हो ऐसी किताब छापने में हो ताकि इस विषय के प्रेमी मित्रो/शोधार्थियों आदि को यह पुस्तक पढने को मिल सके।

शनिवार, 7 फ़रवरी 2015



तीन एकांकी

दिल्ली चलो,लडकी की जात और मरे हुए लोग। 2003 मे प्रकाशित हुए ये तीनो नाटक भी अब आउट आफ प्रिंट हो चुके हैं।इन नाटको मे से पहला दिल्ली चलो(सुभाष च्न्द्र बोस जी की जन्मशती ) पर साहित्य कला परिषद दिल्ली द्वारा 1997मे पुरस्कार भी मिला था। लडकी की जात(बालिका शिक्षा पर केन्द्रित) का मंचन हमारे विद्यार्थियो द्वारा ही नही अनेक मंचो से किया गया।मरे हुए लोग (उ.प्र.के किसानो को मरा हुआ दिखाकर उनकी जमीन हडपने की साजिश पर केन्द्रित है)का मंचन भी अनेक स्तरो पर हुआ रेडियो से भी भाई दानिश इकबाल के निर्देशन मे इसका मंचन हुआ।मित्रो के लिए /प्रकाशक बन्धुओ के लिए सूचनार्थ।