शनिवार, 7 फ़रवरी 2015



तीन एकांकी

दिल्ली चलो,लडकी की जात और मरे हुए लोग। 2003 मे प्रकाशित हुए ये तीनो नाटक भी अब आउट आफ प्रिंट हो चुके हैं।इन नाटको मे से पहला दिल्ली चलो(सुभाष च्न्द्र बोस जी की जन्मशती ) पर साहित्य कला परिषद दिल्ली द्वारा 1997मे पुरस्कार भी मिला था। लडकी की जात(बालिका शिक्षा पर केन्द्रित) का मंचन हमारे विद्यार्थियो द्वारा ही नही अनेक मंचो से किया गया।मरे हुए लोग (उ.प्र.के किसानो को मरा हुआ दिखाकर उनकी जमीन हडपने की साजिश पर केन्द्रित है)का मंचन भी अनेक स्तरो पर हुआ रेडियो से भी भाई दानिश इकबाल के निर्देशन मे इसका मंचन हुआ।मित्रो के लिए /प्रकाशक बन्धुओ के लिए सूचनार्थ।

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